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प्रथम पृथ्वी सम्मलेन कब और कहाँ हुआ था?

 प्रथम अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी सम्मलेन रियो डी जेनेरो में 3 से 14 जून 1992 में हुआ था। इस सम्मेलन में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस विश्व प्रसिद्ध सम्मेलन को पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन या रियो सम्मेलन के नाम से भी जाना जाता है। स्टॉकहोम सम्मेलन की 20वीं वर्षगांठ पर पहला पृथ्वी शिखर सम्मेलन हुआ। इसका मुख्य लक्ष्य भविष्य की पर्यावरण संबंधी चिंताओं पर चर्चा करना और उन्हें दूर करने के लिए एक ठोस योजना विकसित करना था। यह पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन था जिसमें दुनिया भर के देश पर्यावरण के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए थे।

प्रथम अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी सम्मलेन

अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी सम्मलेन रियो डी जेनेरो में 3 से 14 जून,1992 में हुआ था| यह समिट एक बड़ी बैठक थी जहां दुनिया भर के लोग पर्यावरण के बारे में बात करने के लिए एक साथ आए थे। रियो शिखर सम्मेलन पर्यावरण के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए विश्व नेताओं की एक बैठक है।

शिखर सम्मेलन का एक महत्वपूर्ण परिणाम जलवायु परिवर्तन सम्मेलन पर एक समझौता था, जिसके कारण क्योटो प्रोटोकॉल और पेरिस समझौता हुआ। एक अन्य समझौते में कहा गया है कि “स्वदेशी लोगों की भूमि पर ऐसी कोई भी गतिविधि नहीं की जाएगी जिससे पर्यावरण का क्षरण हो या जो सांस्कृतिक रूप से अनुपयुक्त हो”।

यह एक दीर्घकालिक योजना है, और इसमें बहुत सी विभिन्न चीज़ें शामिल हैं। रियो डी जनेरियो शिखर सम्मेलन के दौरान एजेंडा 21 को भी अपनाया गया था। एजेंडा 21 वैश्विक सहयोग के माध्यम से पर्यावरणीय क्षति, गरीबी, बीमारी आदि को रोकने के लिए विश्व नेताओं द्वारा हस्ताक्षरित एक घोषणा है। रियो सम्मलेन से जुड़े मुद्दे हमने नीचे लिखे हुए हैं|

  • वाहनों से बढ़ते उत्सर्जन, प्रदूषित हवा और अन्य कारणों से होने वाले स्वास्थ्य समस्याओं को कम करना।
  • पेट्रोल के वैकल्पिक ईंधनों पर निर्भरता बढ़ाना
  • रासायनिक कचरों का उचित प्रबंधन करना
  • वनों और पर्यावरण का उचित संरक्षण
  • सभी देशों के नेतृत्त्व कर्ताओं ने बने कानून पर हस्ताक्षर किया।

रियो डि जेनेरो

रियो डि जेनेरो ( पुर्तगाली में अर्थ – Rio de Janeiro यानि ‘जनवरी की नदी’) ब्राज़ील के रियो डि जेनेरो राज्यकी राजधानी एवं देश का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। यह शहर दक्षिण अमेरिका का तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर है। रियो डि जेनेरो शहर करीब दो शताब्दियों तक ब्राजील की राजधानी बना रहा, 1763 से 1822 तक पुर्तगाली औपनिवेशिक काल के दौरान, और फिर 1822 से 1960 तक ब्राजी़ल के एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप मे उदय के बाद। 1808 से 1821 तक यह पुर्तगाली साम्राज्य की भी राजधानी था। आमतौर पर यह रिओ के नाम से जाना जाता है, शहर का एक दूसरा उपनाम A Cidade Maravilhosa यानि अद्भुत शहर भी प्रचलित है।

रियो डि जेनेरो अपनी प्राकृतिक अवस्थिति, अपने कार्निवल उत्सव, साम्बा और अन्य संगीत, और पर्यटकों के लिए समुद्र तटों पर बने पंक्तिबद्ध होटलों वाले कोपाकबाना और इपानेमा जैसे तटों के लिए प्रसिद्ध है। समुद्र तट के अलावा यहां के सबसे प्रसिद्ध आकर्षणों में शामिल हैं.

विश्व का दूसरा सबसे बड़ा शहरी वन क्षेत्र: फ्लोरेस्ता दा तिजुका, या ‘तिजुका वन’ भी रिओ में ही है, जो दुनिया के सबसे बड़े शहरी वन क्षेत्र Parque Estadual da Pedra Branca, या व्हाइट स्टोन स्टेट पार्क से लगभग जुड़ा ही हुआ है। गैलिआओ-अंतोनियो कार्लोस जोबिम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, जिसे आमतौर पर सिर्फ गैलिआओ (Galeão) कहा जाता है ब्राजील के कई शहरों को रियो डि जेनेरो से जोड़ता है और यहां से कई अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें भी संचालित होती हैं