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रोहतास जिले के लिए विस्तृत GIS डेटा या मृदा मानचित्र

 

FAO मृदा कोड विश्लेषण और जानकारी

आपके द्वारा दिए गए FAO मृदा कोड (Be80-2a, Jc50-2a, Lf10-1bc, Lo49-2a) की पूरी जानकारी नीचे दी गई है।


1. मृदा प्रकार और विवरण:

मृदा कोडप्रमुख मृदा प्रकारबनावट (Texture)ढलान (Slope)प्रमुख उपयोग
Be80-2aEutric Cambisols (Be)मध्यम (Medium)समतल (0-8%)कृषि, वानिकी, घास के मैदान
Jc50-2aCalcaric Fluvisols (Jc)मध्यम (Medium)समतल (0-8%)सिंचाई कृषि, जल संचयन
Lf10-1bcFerric Luvisols (Lf)मोटी (Coarse)पहाड़ी (>30%)सीमित कृषि, वृक्षारोपण
Lo49-2aOrthic Luvisols (Lo)मध्यम (Medium)समतल (0-8%)मिश्रित कृषि, अनाज उत्पादन

2. FAO मृदा रंग कोड (FAO Soil Color Code)

FAO मृदा मानचित्र विभिन्न मिट्टी के प्रकारों को निम्नलिखित रंगों से दर्शाता है:

  • Eutric Cambisols (Be) – हल्का भूरा

  • Calcaric Fluvisols (Jc) – पीला या हल्का पीला

  • Ferric Luvisols (Lf) – लाल-भूरा या गहरा लाल

  • Orthic Luvisols (Lo) – हल्का गुलाबी या हल्का लाल


3. मृदा बनावट और संरचना

मिट्टी की बनावट और संरचना मुख्य रूप से तीन भागों में वर्गीकृत होती है:

  • मोटी (Coarse - 1): रेतीली, जल निकासी अच्छी

  • मध्यम (Medium - 2): दोमट मिट्टी, कृषि के लिए उपयुक्त

  • बारीक (Fine - 3): चिकनी मिट्टी, जल धारण क्षमता अधिक

आपके कोड की बनावट विवरण:

  • Be80-2a → मध्यम दोमट (2a)

  • Jc50-2a → मध्यम दोमट (2a)

  • Lf10-1bc → मोटी रेतीली (1bc)

  • Lo49-2a → मध्यम दोमट (2a)


4. विशिष्ट क्षेत्रीय उपयोग (Rohtas, Bihar)

रोहतास (Bihar) में संभावित मृदा वितरण:

  • Eutric Cambisols (Be) – गंगा के मैदानों में उपजाऊ भूमि

  • Calcaric Fluvisols (Jc) – नदियों के किनारे जलोढ़ मिट्टी

  • Ferric Luvisols (Lf) – पठारी क्षेत्रों में अधिक

  • Orthic Luvisols (Lo) – कृषि के लिए उपयुक्त, चावल और गेहूं उत्पादन


5. मिट्टी के गुण और कृषि संबंधी महत्व

गुणBe80-2a (Cambisols)Jc50-2a (Fluvisols)Lf10-1bc (Luvisols)Lo49-2a (Luvisols)
pH स्तर6.0 - 7.5 (तटस्थ)6.5 - 8.0 (क्षारीय)5.0 - 6.5 (अम्लीय)5.5 - 7.0 (संतुलित)
जल धारण क्षमतामध्यमअधिककममध्यम-उच्च
कार्बनिक पदार्थ (%)1.5 - 2.52.0 - 3.51.0 - 2.01.8 - 3.0
उर्वरता स्तरमध्यमउच्चकमउच्च

6. निष्कर्ष और सुझाव

  • Eutric Cambisols (Be80-2a) – गेहूं, मक्का, दालों के लिए उपयुक्त

  • Calcaric Fluvisols (Jc50-2a) – चावल, गन्ना और जल आधारित फसलों के लिए बेहतर

  • Ferric Luvisols (Lf10-1bc) – कम उपजाऊ, वृक्षारोपण (जैसे रबर, चाय) के लिए उपयुक्त

  • Orthic Luvisols (Lo49-2a) – मिश्रित कृषि और फसल चक्र अपनाने के लिए बढ़िया



FAO मृदा कोड (Be80-2a, Jc50-2a, Lf10-1bc, Lo49-2a) का पूर्ण विश्लेषण

आपके द्वारा दिए गए FAO मृदा कोड का विस्तृत विश्लेषण नीचे दिया गया है, जिसमें मिट्टी के प्रकार, बनावट, ढलान, रंग कोड, कृषि उपयोग, जल धारण क्षमता, pH स्तर, और विशेष क्षेत्र (जैसे रोहतास, बिहार) में उपस्थिति शामिल है।


1. FAO मृदा कोड विवरण

FAO कोडिंग प्रणाली में प्रत्येक मिट्टी का नामकरण उसकी संरचना, बनावट, और ढलान के आधार पर किया जाता है।

मृदा कोडप्रमुख मृदा प्रकारबनावट (Texture)ढलान (Slope)उपयोग
Be80-2aEutric Cambisols (Be)मध्यम (Medium)समतल (0-8%)फसल उत्पादन, वानिकी, घास के मैदान
Jc50-2aCalcaric Fluvisols (Jc)मध्यम (Medium)समतल (0-8%)सिंचाई आधारित कृषि, जल संचयन
Lf10-1bcFerric Luvisols (Lf)मोटी (Coarse)पहाड़ी (>30%)वृक्षारोपण, स्थायी वनस्पति
Lo49-2aOrthic Luvisols (Lo)मध्यम (Medium)समतल (0-8%)मिश्रित कृषि, अनाज उत्पादन

2. FAO मृदा रंग कोड (FAO Soil Color Code)

FAO डिजिटल मृदा मानचित्र में मिट्टी के प्रकारों को विशिष्ट रंगों से दर्शाया जाता है:

  • Eutric Cambisols (Be) – हल्का भूरा

  • Calcaric Fluvisols (Jc) – पीला या हल्का पीला

  • Ferric Luvisols (Lf) – लाल-भूरा या गहरा लाल

  • Orthic Luvisols (Lo) – हल्का गुलाबी या हल्का लाल


3. मृदा बनावट और संरचना

मिट्टी की बनावट का निर्धारण मिट्टी के कणों (बालू, गाद, चिकनी मिट्टी) के अनुपात के आधार पर किया जाता है।

बनावट प्रकारविशेषताएँ
मोटी (Coarse - 1)रेतीली, जल निकासी अच्छी, कम जल धारण क्षमता
मध्यम (Medium - 2)दोमट मिट्टी, संतुलित जल धारण क्षमता
बारीक (Fine - 3)चिकनी मिट्टी, उच्च जल धारण क्षमता

आपके कोड की बनावट विवरण:

  • Be80-2a → मध्यम दोमट (2a)

  • Jc50-2a → मध्यम दोमट (2a)

  • Lf10-1bc → मोटी रेतीली (1bc)

  • Lo49-2a → मध्यम दोमट (2a)


4. विशिष्ट क्षेत्रीय उपयोग (Rohtas, Bihar)

रोहतास (बिहार) में मिट्टी की स्थिति निम्नानुसार हो सकती है:

  • Eutric Cambisols (Be) – गंगा के मैदानों में उपजाऊ भूमि

  • Calcaric Fluvisols (Jc) – नदियों के किनारे जलोढ़ मिट्टी

  • Ferric Luvisols (Lf) – पठारी और पहाड़ी क्षेत्रों में

  • Orthic Luvisols (Lo) – कृषि के लिए उपयुक्त, चावल और गेहूं उत्पादन


5. मिट्टी के गुण और कृषि संबंधी महत्व

गुणBe80-2a (Cambisols)Jc50-2a (Fluvisols)Lf10-1bc (Luvisols)Lo49-2a (Luvisols)
pH स्तर6.0 - 7.5 (तटस्थ)6.5 - 8.0 (क्षारीय)5.0 - 6.5 (अम्लीय)5.5 - 7.0 (संतुलित)
जल धारण क्षमतामध्यमअधिककममध्यम-उच्च
कार्बनिक पदार्थ (%)1.5 - 2.52.0 - 3.51.0 - 2.01.8 - 3.0
उर्वरता स्तरमध्यमउच्चकमउच्च

6. मिट्टी का उपयोग और अनुशंसा

मृदा कोडकृषि उपयोगउर्वरता सुधार के सुझाव
Be80-2aगेहूं, मक्का, दलहनजैविक खाद, संतुलित उर्वरक
Jc50-2aचावल, गन्ना, दलहनसिंचाई और जल निकासी सुधार
Lf10-1bcवृक्षारोपण (चाय, कॉफी)जैविक कार्बनिक खाद की आवश्यकता
Lo49-2aमिश्रित कृषि, सब्जियांजैव उर्वरक और हरी खाद

7. GIS मैपिंग और डेटा उपयोग

FAO मृदा मानचित्र डिजिटल रूप में उपलब्ध है, जिसे GIS (Geographic Information System) में उपयोग किया जा सकता है। यदि आपको रोहतास जिले के लिए विस्तृत GIS डेटा या मृदा मानचित्र चाहिए, तो यह FAO की आधिकारिक वेबसाइट या ISRIC (International Soil Reference and Information Centre) से प्राप्त किया जा सकता है।


8. निष्कर्ष और सुझाव

  • Eutric Cambisols (Be80-2a) – उर्वर, कृषि योग्य, फसल उत्पादन के लिए उपयुक्त

  • Calcaric Fluvisols (Jc50-2a) – जलोढ़ मिट्टी, सिंचाई आधारित कृषि के लिए सर्वश्रेष्ठ

  • Ferric Luvisols (Lf10-1bc) – पहाड़ी मिट्टी, वृक्षारोपण के लिए बढ़िया

  • Orthic Luvisols (Lo49-2a) – बहुउद्देशीय कृषि, मिश्रित फसल उत्पादन के लिए उपयुक्त